
ऐसे सॉफ्टवेयर जो किसी खास टास्क को कंप्लीट करने के लिए डिवेलप किया गया हो उसे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (application software) कहते हैं. या किसी खास तरह के कार्य को पूरा करने में इस्तेमाल किए जाने वाले सॉफ्टवेयर को एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहा जाता है. कोई भी काम किसी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर पर ही किया जा सकता है क्योंकि यह किसी कार्य को पूरा करने के उद्देश्य ही बनाया गया है यानी कोई ऐसा सॉफ्टवेयर जिस पर काम किया जा सकता है किसी खास परपस या किसी खास उद्देश्य की पूर्ति के लिए काम किया जाए वह सॉफ्टवेयर, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहलाता है.
वहीं पर सिस्टम सॉफ्टवेयर किसी डिवाइस को run करने के लिए जरूरी सॉफ्टवेयर है यानी सिस्टम सॉफ्टवेयर के बिना कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चालू नहीं हो सकता लेकिन किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस कंप्यूटर सिस्टम या एसी लैपटॉप सिस्टम सॉफ्टवेयर का होना जरूरी है.
किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में सबसे पहले जो सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया जाता है उसे सिस्टम सॉफ्टवेयर कहते हैं या ऑपरेटिंग सिस्टम कहते हैं यह भी पढ़िए ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है और कितने प्रकार के होते हैं.?
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application software क्या होता है पूरी जानकारी और प्रकार
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कई प्रकार के होते हैं यह अलग-अलग कैटेगरी के हिसाब से अलग-अलग डिवेलप किए जाते हैं जैसे यदि आपको फोटो डिजाइन करना है तो आपको कोई ग्राफिक सॉफ्टवेयर की जरूरत पड़ेगी और यह एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर होगा तो इस तरीके से एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को अलग-अलग कैटेगरी में डिवाइड किया गया है.
वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर – ऐसे सॉफ्टवेयर जहां पर डॉक्यूमेंट में एडिटिंग किया जाए और टाइपिंग किया जाए इसे वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर कहते हैं.
जैसे – एमएस वर्ड
स्प्रेडशीट सॉफ्टवेयर – ऐसे सॉफ्टवेयर जहां पर संख्यात्मक या वित्तीय आंकड़ों की गणना और रखरखाव किया जाता है इस तरह के सॉफ्टवेयर को स्प्रेडशीट सॉफ्टवेयर कहा जाता है.
जैसे – एम एस एक्सेल
डेटाबेस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर – ऐसे सॉफ्टवेयर जहां पर किसी कंपनी के डेटाबेस को मैनेज अपडेट और डिलीट किया जाए इस तरह के software को डेटाबेस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर कहा जाता है.
जैसे – एम एस एक्सेस
प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर – ऐसे सॉफ्टवेयर जिसका इस्तेमाल प्रेजेंटेशन बनाने और भजन टेशन को डिलीट करने के उद्देश्य धमाल किया जाए वह सॉफ्टवेयर Presentation software कहलाता है.
जैसे – एम एस पावर प्वाइंट
अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर – ऐसे सॉफ्टवेयर जहां पर खाते से संबंधित जानकारी रखने अपडेट करने और नए खाते को सुरक्षित करने से संबंधित काम किया जाए इस तरह के सॉफ्टवेयर को अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर कहते हैं.
जैसे – Tally , vyapar etc
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या करता है?
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का कार्य अलग-अलग क्षेत्र से संबंधित होता है मान लीजिए कि आपको फोटो एडिटिंग करनी है तो आपको किसी ऐसे सॉफ्टवेयर की जरूरत होगी जिस सॉफ्टवेयर को सिर्फ फोटो एडिटिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सके ऐसे सॉफ्टवेयर को हम फोटो एडिटिंग सॉफ्टवेयर कहते हैं.
वहीं पर वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर के लिए हमें फोटो एडिटर की जरूरत नहीं होती वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है.
अगर बात किया जाए वित्तीय और कंपनी के बैलेंस शीट की रखरखाव या फाइनेंसियल संबंधित जानकारी के ऊपर काम करने कि ऐसे में ऊपर बताएं दोनों सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता इसके लिए अलग से एक सॉफ्टवेयर की जरूरत होगी जैसे टैली या एक्सेल का भी इस्तेमाल होता है.
इस तरह से आप देख रहे हैं कि एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर विभिन्न कैटेगरी में उपयोग मैं लाया जा रहा है किसी भी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का किसी खास कैटेगरी के काम को पूरा करने के उद्देश्य से बनाया जाता है या डेवलप किया जाता है.
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के उदाहरण बताइए?example of application software in hindi
एमएस वर्ड , एम एस एक्सेल, एडोब फोटोशॉप, यूट्यूब ऐप, वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर, वर्डपैड, टैली इआरपी 9, फोटो एडिटिंग ऐप etc.
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर और सिस्टम सॉफ्टवेयर में क्या अंतर होता है?
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को किसी खास परपस से इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि ऊपर दिए गए जानकारी में आपने पढ़ा कि किसी खास काम को करने के लिए एक अलग टाइप के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा है वहीं पर सिस्टम सॉफ्टवेयर किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को स्टार्ट करने के लिए और यूजर इंटरफेस के जरिए उस डिवाइस को ऑपरेट करने में इस्तेमाल किया जाता है.
application सॉफ्टवेयर के बिना किसी सिस्टम या डिवाइस जैसे कंप्यूटर लैपटॉप स्मार्टफोन टैबलेट का इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन सिस्टम सॉफ्टवेयर के बिना किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे कंप्यूटर लैपटॉप एटीएम मशीन इस टाइप के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.
इसका मतलब यह है कि आप कह सकते हैं कि सिस्टम सॉफ्टवेयर किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए सबसे महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर होता है और इसके बाद एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है ताकि हम उसके वाइफ पर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके किसी खास तरह के काम को पूरा कर सकें.
application सॉफ्टवेयर की पूरी जानकारी-
यदि हम ऊपर बताए गए application सॉफ्टवेयर के बारे में जितनी भी जानकारी दी गई है उन सभी को छोटे और कम शब्द में बताने की कोशिश करें तो एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर किसी कार्य को करने के लिए एक जरूरी सॉफ्टवेयर होता है इस मान लीजिए कि आपको टैक्स टाइप करना है तो आपको एमएस वर्ड की जरूरत पड़ेगी और यदि आपको वीडियो एडिट करना है.
तो आपको किसी वंडर शेयर सॉफ्टवेयर या वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर की जरूरत पड़ेगी उसी तरीके से यदि आपको डाटा एंट्री का काम करना है तो आपको एमएस वर्ड और माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल की जरूरत पड़ेगी.
किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को चलाने के लिए सिस्टम सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है लेकिन किसी भी काम को पूरा करने के लिए एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है.
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