what is Pegasus Spyware in tech – भारत में एक spyware ट्रेंड में चल रहा है जिसका नाम पेगासस spyware । ये करीब 2019 में सुनाई दिया था । उस समय whatsapp users को को एक Whatsapp update message मिला था जिसमे ये जानकारी थी कि यूजर के फोन को एक स्पाइवेर software track कर रहा है , जिसका नाम Pegasus है । और इसके बाद से ये pegasus software लगातार चर्चा में होता है । ये भी पढिए – Youtube चैनल का नाम कैसे चेंज करना चाहिए जानिए पूरी जानकारी फोटो के साथ
जानकारी के मुताबिक , कई देशों की सरकारें इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल भी कर रहीं हैं , लेकिन ताजा जानकारी के मुताबिक , भारत में 40 + पत्रकार और कार्यकर्ता के साथ कई लोग निशाने पर हैं । आइए जानते हैं आखिर ये Pegasus Spyware क्या होता है और ये व्हाट्सप्प के साथ आपके phone में कैसे घुसता है । ये भी पढिए – Google से पैसे कैसे कमाया जाता है पूरी जानकारी हिन्दी मे
Pegasus Spyware क्या है ?
पेगासस एक spyware software है , जिसको एक israeli company nso Group ने develop किया है । israel की ये कंपनी साइबर wepans बनाने के लिए पोपुलर है ,और nso Group Company ने कन्फर्म किया है कि वह Pegasus software सिर्फ किसी देश की सरकार को बेचती है । और इसके गलत इस्तेमाल के लिए ये कंपनी जिम्मेदार नहीं है । पेगासस सॉफ्टवेयर के बार में और जानिए

Pegasus स्पाइवेर mobile फोन के जरिए users की जासूसी कर रहा है , सितंबर 2018 में टोरंटो के एक citizen lab ने बताया कि पेगासस (Pegasus) स्पाइवेर बहुत ही खतरनाक सॉफ्टवेयर है और ये किसी भी यूजर के mobile phone में बिना permision के install हो जाता है और इसका काम शुरू हो जाता है । आपको बता दें कि इस सॉफ्टवेयर के बारे में सिटिज़न लैब ने तब बताया जब दुनिया के करीब 45 देशों में ये spyware active था ।
कैसे काम करता है पेगासस सॉफ्टवेयर ?
Pegasus सॉफ्टवेयर जासूसी करने के लिये यूजर के फोन में एक link भेजता है और जब यूजर उस लिंक पर क्लिक कर देता है , तब एक malware या code के जरिए निगरानी होती है । इस malware पर क्लिक करने की जरूरत नहीं होती है ये ऑटोमैटिक फोन में इंस्टॉल हो जाता है , यूजर के फोन मे इंस्टॉल होने के बाद ये पूरा फोन कब्जे में ले लेता है ।
जिससे users की सारी details इस सॉफ्टवेयर के पास आ जाती है और ये spyware इतना खतरनाक है कि एंड टू एंड encrypted chat को भी access कर सकता है , इसके अलावा ये ऐप यूजर की ऐप ऐक्टिविटी को भी ट्रैक करता है और आपकि लोकैशन , डाटा और वीडियो कैमरा का डाटा भी प्रभावित कर सकता है ।
पेगासस स्पाइवेयर से कैसे बचें ?
आपको पता होना चाहिए कि इस समय की लगभग सभी कॉम्पनियों ने अपने ऐप्स और यूजर के फोन की सिक्युरिटी को बेहतर बना दिया है , इस तरह के सॉफ्टवेयर से बचने के लिए आप यदि android और आईफोन यूजर हैं तो आपको latest वर्ज़न का ऐप्स इस्तेमाल करना चाहिए ।
इससे यूजर के फोन को हैक करना imposible हो जाता है इसलिए सोशल मेदिया अकाउंट की सिक्युरिटी चेक करते रहें और समय समय पर अपने अकाउंट का पासवर्ड बदलते रहिए । यदि आपके फोन में कोई ऐसा massage आता है जिसमे कोई लिंक दिया हुआ है , तो उसपे क्लिक करने के लिए अच्छे से विचार लें कि ये मैसेज आपके काम का है या नहीं ।
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