Raksha bandhan 2022 – रक्षा बंधन के धागे से बच गया सिकंदर नहीं तो ..

रक्षाबंधन क्या होता है (Raksha bandhan 2022) – भारतीय हिंदू धर्म संस्कृति के अनुसार भारत में रक्षाबंधन का त्यौहार सावन महीना की Purnima ke din manaya jata hai rakshabandhan ka tyohar भाई-बहन ka Prem ka tyohar hai aur isase Prem ki Dor mein bandhta Hai। सिकंदर बच गया था इसी वजह से –

Raksha bandhan 2022 - रक्षा बंधन के धागे से बच गया सिकंदर नहीं तो ..
Raksha bandhan 2022 – Rakhi के धागे से बच गया सिकंदर नहीं तो ..

रक्षाबंधन के दिन बहन अपने भाई के मस्तक पर टीका का चंदन करती है और रक्षा का बंधन बनती है जिसे राखी भी कहा जाता है यह एक हिंदू और जैन समुदाय का त्यौहार है जो हर वर्ष श्रावण मास में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है श्रवण को सावन भी कहा जाता है और श्रावण के महीने में इस त्यौहार के मनाए जाने के कारण इसे श्रावणी या सलूनओ भी कहते हैं।

राखी क्या होता है (what is rakhi and rakshabandhan in hindi)

राखी कच्चा शूत और सस्ती वस्तुओं से लेकर रेशमी धागे और सोने चांदी जैसी महंगी चीजों तक की बनाई जाती है रक्षाबंधन के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और इसी कारण भाई बहन के रिश्ते का पैमाना मापा जाता है या कह सके तो राखी के कारण ही इस दिन रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है।

रक्षाबंधन भाई बहन के रिश्ते का प्रसिद्ध त्यौहार होता है रक्षा का मतलब है सुरक्षा और बंधन का मतलब है बांधना । यानी अपनी रक्षा के लिए कोई डोर बांधा जाता है उसी को रक्षा बंधन कहते हैं,  Raksha bandhan के दिन बहन ने भगवान से अपने भाइयों की तरक्की के लिए प्रार्थना करती हैं।

रक्षाबंधन किन किन लोगों को बांधा जा सकता है। (Raksha bandhan kis kis ko bandh skte hain)

Raksha bandhan या राखी वैसे तो बहन ने अपने भाइयों को बांधती हैं लेकिन ब्राह्मण गुरु और किसी परिवार में छोटी लड़कियां अपने से बड़े और सम्मानित रिश्तेदारों जैसे पुत्री द्वारा पिता को रक्षाबंधन बांधा जा सकता है। वहीं पर बात किया जाए तो सार्वजनिक जगहों पर किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति को भी रक्षाबंधन बांधा जा सकता है।

Rakshabandhan ke din bajar mein Kai sare uphar beche jaate Hain jismein log kapde mithaaiyan aur apni bahanon ko uphar dene ke liye anek prakar ke gift kharidte Hain aur is din subah se lekar Sham Tak bajar mein bheed hoti hai। ये भी पढ़ें – गूगल से पैसे कैसे कमाते हैं सीखें

रक्षाबंधन के दिन घरों में मेहमानों का आना जाना लगा रहता है रक्षाबंधन के दिन भाई अपनी बहन को राखी बंधवाने के बदले में उपहार दिया करते हैं रक्षाबंधन एक ऐसा त्यौहार है जो बहन और भाई की बीच प्रेम और स्नेह को मजबूत बनाता है इस दिन घर के सभी लोग एक साथ रहते हैं और रक्षाबंधन के दिन राखी , मिठाई और उपहार देकर एक दूसरे का प्यार साझा करते हैं।

रक्षाबंधन का इतिहास (Raksha bandhan ka itihas)

रक्षाबंधन कोई नया त्यौहार नहीं है यह बहुत पहले से मनाया जाने वाला त्यौहार है राजपूत जब युद्ध पर जाते थे तब उनकी महिलाएं उनको माथे पर तिलक के साथ हाथ में रेशमी धागा बांध अतिथि इस विश्वास के साथ कि यह रेशमी धागा उन्हें विजय श्री यानी जीत दिलाएगा और उनको सही सलामत वापस भी लेकर आएगा।

वहीं पर रक्षाबंधन का इतिहास और पुराना है कहा जाता है कि मेवाड़ की रानी कर्मावती बहादुर शाह द्वारा मेवाड़ किले पर हमला करने की मिली पूर्व सूचना के अनुसार मुगल बादशाह हुमायूं को राखी भेजकर रक्षा की याचना की थी हुमायूं ने मुसलमान होते हुए भी राखी यानी रक्षाबंधन की लाज रखी और मेवाड़ किले पर पहुंचकर बहादुर शाह के विरुद्ध मेवाड़ की ओर से लड़ते हुए कर्मावती और उसके मेवाड़ राज्य की रक्षा की।

रक्षाबंधन का सिकंदर से जुड़ी हुई कहानी

Sicander ki patni ne apne Pati ke Hindu Shatru purvas ko rakshabandhan bandhkar apna bhai banaya aur yuddh ke samay sicander Ko nahin Marne ka Vachan bhi le liya purvas ne yuddh mein hath per bandhi Hui Rakhi aur apne bahan ko diye hue Vachan ka Samman karte hue Apne Shatru sicander ko jivan Dan de Diya।

Raksha bandhan 2022 – इस तरह से रक्षाबंधन एक धार्मिक और प्रेम को बढ़ावा देने वाला त्यौहार माना जाता है इसे हिंदू धर्म (hindu dharam) के साथ-साथ कुछ मुस्लिम लोग भी मनाते हैं लेकिन यह त्यौहार मुख्य रूप से हिंदू (hindu) और जैन (jain) लोगों के द्वारा मनाया जाता है और एक अलग वाक्य में बात को पूरी की जाए तो रक्षाबंधन एक भाई और बहन के बीच प्रेम और स्नेह को बढ़ावा देने और रिश्तो को मजबूत रखने के लिए बांधने वाला त्यौहार है।

राखी किसी भी बहन (sister) के द्वारा अपने भाई (brother) के हाथ की कलाई पर बांधी जाती है लेकिन इस समय राखी बांधने का ट्रेंड चल रहा है और इस ट्रेंड में सार्वजनिक जगह पर कई नेता और बड़े लोग राखी बंधवा ते हैं वहीं पर घर की बात की जाए तो एक पुत्री अपने पिता के हाथों पर भी Raksha bandhan बांधती है।

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