Guru purnima 2021 : इस महीने की गुरु पूर्णिमा है खास, जानिए इसका महत्व,मुहूर्त,योग और पूजा की विधि

Guru purnima 2021 Date और समय , puja vidhi : आज 23 जुलाई को पूर्णिमा का त्योहार व्रत और दान पुण्य की पूर्णिमा 24 जुलाई को मनाई जाएगी । मतलब 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा । भारत के हिन्दू पंचांग के अकॉर्डिंग हर आषाढ़ माह की पूर्णिमा की तारीख पर ही मनाया जाता है । पूर्णिमा के दिन गंगाजल में श्री हरि विष्णु भगवान निवास करते हैं ऐसी विशेष मान्यता है ।

पूर्णिमा के इस दिन पूर्ण रूप से चंद्रमा का उदय होता है , मतलब जिस दिन चंद्रमा का उदय होगा उस दिन व्रत करके पूर्णिमा मनाया जाता है आज आकाश में पूर्ण रूप से चंद्रमा का उदय होगा । गुरुपूर्णिमा तिथि के दिन सूर्योदय के समय स्नान और दान का विशेष महत्व है इसलिए 24 जुलाई के दिन स्नान और दान के साथ इस पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाएगा ।

Guru purnima 2021 : इस महीने की गुरु पूर्णिमा है खास, जानिए इसका महत्व,मुहूर्त,योग और पूजा की विधि
Guru purnima 2021 24 july shubh muhurat puja vidhi significance ज्योतिष के मुताबिक गुरुपूर्णिमा पूजा करने से सौ यज्ञ के बराबर ही फल मिलता है ।

इस दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व होता है वेदों के रचयिता महर्षि वेदव्यास के जयंती पर गुरु पूर्णिमा मनाया जाता है , तो आइए जानते हैं इस त्योहार से जुड़ी पूरी जानकारी , पूजन सामग्री , पूजन तिथि , मुहूर्त , योग और gurupurnima का महत्व … ये भी पढिए – china में आई भयानक बाढ़ सड़के हुई बंद , कई लोगों की मौत

    गुरुपूर्णिमा (Guru purnima 2021) का महत्व

    • गुरु पूर्णिमा बहुत समय पहले से आषाढ़ महीने की पूर्णिमा तिथि पर ही जन्मे महर्षि vedvyas के जयंती के दिन पूजन के साथ मनाया जाता है ।
    • गुरुपूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं , वेदव्यास ऋषि ने हिन्दू धर्म के कुल 18 पुराणों के रचयिता है ।

    गुरुपूर्णिमा पर बनने वाले योग का महत्व क्या है

    मान्यता के अनुसार प्रीति और आयुष्मान योग के द्वारा कोई भी शुभ काम करने से व्यापार और नौकरी में सफलता मिलती है और धन्य धान्य की बढ़ोतरी भी होती है । इस पूर्णिमा के दिन वैदिक ज्योतिष में विशकुंभ योग को काफी शुभ बताया गया है , क्योंकि इस दिन किसी भी तरह का शुभ कार्य करने से लाभ मिलता है । ज्योतिष के मुताबिक गुरुपूर्णिमा पूजा करने से सौ यज्ञ के बराबर ही फल मिलता है और यदि आपके कुंडली में कोई दोष हो तो इससे भी मुक्ति मिलती है ।

    गुरु पूर्णिमा 2021 का विशेष मुहूर्त और बनने वाला शुभ महायोग

    • पूर्णिमा की तिथि – 23 जुलाई 2021 दिन शुक्रवार
    • पूर्णिमा तिथि की शुरुआत -24 जुलाई 2021 दिन शनिवार को सुबह 10 बजकर 43 मिनट
    • पूर्णिमा तिथि की समाप्ति – 25 जुलाई 2021 दिन रविवार की सुबह , समय 08 बजकर 06 मिनट
    • 24 जुलाई 2021 के दिन शनिवार को सुबह 06 बजकर 12 मिनट तक विशकुंभ योग बनेगा
    • पूर्णिमा के दिन 25 जुलाई 2021 को दिन रविवार की सुबह 03 बजकर 16 मिनट प्रीति योग बनने का विधान है ।
    • रविवार के दिन 25 जुलाई 2021 को 03 बजकर 16 मिनट के बाद आयुष्मान योग लगने का संयोग है ।

    गुरु पूर्णिमा 2021 की विशेष पूजा विधि की सम्पूर्ण जानकारी

    • गुरुपूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठें और हो सके तो नदी में स्नान करें ।
    • यदि आप ऐसा करते हैं तो त्वचा रोग और दमा जैसी कई और बीमारिया दूर होती हैं ।
    • पूर्णिमा के दिन बरगद की पूजा करने की मानयता भी है कहा जाता है कि याज्ञवल्य ऋषि ने बरगद के पेड़ को वरदान दिया है ।
    • गुरुपूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु के वैदिक मंत्रों का जाप करना चाहिए और विष्णु सहस्त्रनाम पाठ जरूर करना चाहिए ।
    • गुरुपूर्णिमा के दिन विष्णु सहस्त्रनाम पाठ करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है ।
    • इस दिन दूध और शक्कर से बनी हुई खीर का भोग करें ।
    • आपको इस दिन दान जरूर करना चाहिए , कहा जाता है इस दिन दान करने से मानसिक शांति मिलती है ।
    गुरु पूर्णिमा के दिन इस मंत्र का करें जाप
    गुरु पूर्णिमा पहले से आषाढ़ महीने की पूर्णिमा तिथि पर ही जन्मे महर्षि vedvyas के जयंती के दिन पूजन के साथ मनाया जाता है

    पूर्णिमा के दिन स्नान और दान जरूर करें

    पूर्णिमा के दिन किया गया दान पुण्य का फल हमे कई तरह से मिलता है और कई गुना होकर मिलता है , इसलिए पूर्णिमा के दिन पर हमे स्नान करने के बाद तिल , कपास , गुड , घी , फल , अनाज और वस्त्रों का दान करना चाहिए । ये भी पढिए – गूगल से पैसे कैसे कमाएं जाते हैं पूरी जानकारी

    इसके साथ ही कोई जरुरतमन्द व्यक्ति हो तो उसे भोजन जरूर कराना चाहिए । असल में पूर्णिमा के दिन प्रयागराज में स्नान और दान का बहुत महत्व है , लेकिन यदि आप बाहर नहीं जा सकते हैं तो घर में नहाते समय गंगाजल का छिड़काव अपने शरीर पर जरूर करें और स्नान करते समय गायत्री मंत्र का जप जरूर करें ।

    गुरु पूर्णिमा के दिन इस मंत्र का करें जाप

    गुरु पूर्णिमा पर आपको ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए और सभी कार्यों को करके , नहा धोकर मंदिर में विराजमान देवी – देवताओ की पूजा करें और “गुरु परंपरा सिद्धयर्थ व्यास पूजां करिष्ये “ मंत्र का जाप करें।

    गुरुब्रम्हां गुरुविष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरुः साक्षात परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः।

    मंत्र का जाप भी जरूर करें। इस जानकारी को अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करें। यदि आपको Guru purnima 2021 के टॉपिक पर लिखा गया ये जानकारी अच्छी लगे तो अपने दोस्तों और रिशेदारों को शेयर करें और अपनी राय जरूर दें –

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