World diabetes day kya hai – आज हम जानेंगे कि वर्ल्ड डायबिटीस डे (मधुमेह)क्या है। यह क्यों मनाया जाता है। और सबसे पहले इस दिन (विश्व मधुमेह दिवस) को मनाना किसने शुरू किया था। वर्ल्ड डायबिटीस डे डायबिटीस के प्रति जागृति लाने के लिए मनाया जाता है।
“world diabetes day meaning “
world diabetes day in hindi = “विश्व मधुमेह दिवस”
world का मतलब होता है – विश्व
diabetes का मतलब होता है – मधुमेह
और day का मतलब होता है – दिवस
गांव से ज्यादा शहरों में डायबिटीस के मरीज पाए जाते हैं। क्योंकि गांव और शहरों के खाने और पानी में बहुत ही ज्यादा फर्क होता है। गांव में लोग हेल्थी (healthy) एवं पौष्टिक खाना खाते हैं।

जबकि शहर में फास्ट फूड (fast food) जैसे खाना खाने से डायबिटीस की प्रमाण ज्यादा बढ़ चुकी है। डायबिटीज शुगर लेवल (sugar level) कम होने से होती है।
वर्ल्ड डायबिटीज डे (मधुमेह दिवस) किसकी याद में मनाया जाता है (world diabetes day kis ki yaad me manaya jata he?)
डॉ बेंटिंग के जन्मदिवस के मान में वर्ल्ड डायबिटीज डे (world diabetes day) को मनाया जाता है
वर्ल्ड डायबिटीस डे कब मनाया जाता है?(World diabetes day kab manaya jata hai?)
विश्व को डायबिटीज के प्रति जागृति लाने के लिए या योजना को शुरू किया गया था। इनको 14 नवंबर (14 November)को मनाया जाता है। हर साल यह दिन मनाने की अलग थीम(thim) होती है।
वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाने की शुरुआत कब हुई थी?(World diabetes day manane ki shuruat kab hui thi?)
डायबिटीज के केस बढ़ने के कारण उसके प्रति लोगों का ध्यान खींचने के लिए 1991 में वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाने की शुरुआत हुई थी।
डायबिटीस ने भारत को भी नहीं छोड़ा था। वर्ल्ड डायबिटीज फाउंडेशन (World diabetes foundation) के हिसाब से 2015 में भारत में डायबिटीस के 6.91 करोड़ केस थे।
सिर्फ उस समय ही नहीं अभी के समय में भी बड़े डॉक्टरों के कहने के अनुसार 2 मिनट में एक व्यक्ति की डायबिटीस के कारण मौत हुई है जो कि काफी गंभीर घटना है।
कई लोग डायबिटीस को सामान्य रोग जान के कोई एक्शन (action) नहीं लेते। पर नहीं डायबिटीस को जितना हम बढ़ावा देते हैं वह उतनी ही बढ़ती है। और एक समय आता है जब उसके कारण हमारे मौत हो जाती है।
डायबिटीज (मधुमेह) होने के लक्षण क्या है? (Diabetes hone ke lakshan kya he?)
डायबिटीज होने के मुख्य लक्षण कुछ इस तरह से हैं। | diabetes symptoms in hindi
- ज्यादा प्यास लगना।
- ज्यादा भूख लगना।
- चमड़ी के रोग होना
- वजन घटना।
- कमजोर रहना।
जैसे लक्षण दिखे तो हमें डायबिटीज का Check कराना चाहिए।
डायबिटीज (मधुमेह) के बारे में जानकारी (Diabetes ke bare me jankari)
डायबिटीज होने के दो प्रकार है टाइप 1 और टाइप 2
टाइप 1(type 1)
शरीर में 5% तक डायबिटीज होना यानी कि type1 (टाइप 1) में शरीर में इन्सुलिन (insulin) को पैदा करते कोष का नाश होना।
insulin का नाश होने से शरीर में ग्लूकोज की मात्रा कम होती है। आपको तो पता ही होगा कि डायबिटीज में शुगर का लेवल कम होता है। तो हम आपको बता दे की
ग्लूकोस एक प्रकार की शुगर (sugar) ही है। उसके कम होने से हमें चक्कर भी आते हैं। डायबिटीज के प्रकार 1 को कम चीनी खाने से रोका जा सकता है।
टाइप 2(type 2)
टाइप 2 में इन्स्युलीन को पैदा करते का नाश नहीं होता बल्कि वह insulin को पैदा ही नहीं कर पाते यानी कि उस में असमर्थ होते हैं।
पैर को नुकसान (pair ko nuksan)
कई लोगों को डायबिटीज होती है। और यह सामान्य है कि डायबिटीज के कारण लोगों को पैर के नुकसान को चलना पड़ता है। कई लोगों को पैर में गंभीर चोट भी आती है।
उंगलियों का सूचना जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। एक्सपर्ट (expired) के मुताबिक कई बार लोगों ने अपने पैर को डायबिटीज के कारण गुमाया है।
World diabetes day Par Pairo ka dhyan rakhe
अब कई बार मन में सवाल होता है कि पैरों का ध्यान कैसे रखें। इसके लिए हमें रोज पैरों की एक्सरसाइज या फिर कोई भी ऐसे तत्व चुप पैर को ज्यादा शक्ति देते है, उनको खाना है। और ऊपर से हम शुगर लेवल (sugar level) को कंट्रोल(control) में रख कर भी पैर को बचा सकते हैं।
डायबिटीज (मधुमेह) होने पर ध्यान कैसे रखें (diabetes hone par dhyan kaise rakhe)
डॉक्टर के द्वारा दी गई सलाह का अनुसरण करें
हर रोज कसरत करें जैसे कि हफ्ते में 405 दिन 25 से 30 मिनट तक जल्दी चलना।
कम चर्बी और कम कैलरी वाला खाना खाएं।
ऐसा खाना खाए जिसमे फाइबर की मात्रा अधिक हो। क्योंकि फाइबर की मात्रा कम होने से भी डायबिटीज होती है।
खून में ग्लूकोज की मात्रा को एक निश्चित समय पर नापना।
4 महीनों में एक बार ब्लड प्रेशर को नापना चाहिए।
खून का दबाव काबू में ना रहने के कारण भी डायबिटीज होती है।
डायबिटीज मेलिटस क्या है? diabetes melitus kya he?
हमारे खून में ग्लूकोज(glucose) का पाचन करने की क्षमता बढ़ जाना। जिसके कारण से हमारे खून में ग्लूकोज(glucose) की मात्रा के स्तर के ज्यादा होने की घटना को डायबिटीज मेलिटस कहते हैं। ये भी पढ़ें – क्या मैगी खाने से बुढ़ापे में परेशानी होती है
डायबिटीज (मधुमेह) किडनी डिसीज क्या है? diabetes kidney disease kya hai?
बहुत पहले से लोगों के शरीर में रहने वाली डायबिटीज के कारण बढ़ते जाने वाले शुगर के लेवल से खून की छोटी नलीयों को काफी नुकसान होता है। उससे खून के भारी दबाव के कारण सूजना जैसी तकलीफें होती है। इससे हमारी किडनी पर बहुत असर होता है। ये भी जानिए – world diabetes day theme 2022 in hindi
diabetes बढ़ते जाते समय के साथ-साथ किडनी की कार्य क्षमता भी कम होती जाती है और एक समय ऐसा आता है जब किडनी काम करना ही बंद कर देते हैं इन सब का कारण डायबिटीज है। जिसे डायबिटीज किडनी डीसीस कहते हैं। किडनी डिजीज को मेडिकल भाषा में डायबिटिक नेफ्रोपथी कहते हैं।
किडनी डिसीस कितने समय में होती है? kidney disease kitne samay me hoti he?
Type 1 के मरीजों को किडनी डिसीस होने में कई साल निकल जाते हैं। डायबिटीज होने के बाद के 10 साल में किडनी डिसीस होने की संभावना बहुत ही कम होती हैं। Type 2 मैं डायबिटीज के पेशेंट (patient) का इलाज करने के बाद भी कभी भी उसकी असर हो। तो इलाज करना पड़ता है।
Conclusion -World diabetes day kya hai in hindi | Madhumeh ke bare me
अब तक हमने डायबिटीज (madhumeh) के बारे में कई जानकारियां ली। और वर्ल्ड डायबिटीज डे कब और किसने बनाया था इसकी भी जानकारी हमने ली। और एक बात यह भी है कि डायबिटीज होने के बाद उसका ध्यान रखना बहुत ही ज्यादा जरूरी है।
और जिनको डायबिटीज (मधुमेह) नहीं है उनको भी ये ध्यान रखना है कि डायबिटीज उनको ना हो। उसके लिए खाने में मीठा यानी कि चीनी और नमक कम मात्रा में लें।
हमने देखा कि वर्ल्ड डायबिटीज डे (विश्व मधुमेह दिवस) क्यों मनाया जाता है, कैसे मनाया जाता है और किसकी याद में मनाया जाता है। वर्ल्ड डायबिटीज डे (World diabetes day) डायबिटीज के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है। और आज हमने डायबिटीज के कारण लक्षण और उपाय भी जाने। अगर आपको यह पोस्ट(post) अच्छी लगी हो तो अपने मित्रों के साथ शेयर(share) करें और कमेंट(comment) करें।