मणिपुर का इतिहास चौकने वाला | History of manipur in hindi | manipur ke bare mein

मणिपुर का इतिहास इन हिन्दी प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण मणिपुर का अपना एक प्राचीन और बहुत ही बड़ा इतिहास है| इसका इतिहास पुरातत्विक अनुसंधान मिथकों तथा लिखित इतिहास से प्राप्त होता है| यानी कि जो पहले के लोगों ने पुस्तक लिखी है उन सब बातों से मणिपुर का इतिहास (Manipur ke itihas) जान सकते हैं |

तो चलिए मणिपुर का इतिहास क्या है जानते हैं और मणिपुर के मूल निवासी किसे कह सकते हैं वह भी जानते हैं|

प्राचीन नाम– मणिपुर का प्राचीन नाम कंलैपाक है| मणिपुर के नामकरण के संदर्भ में जहां पौराणिक कथाओं से उसका संबंध जोड़ा जाता है वही प्राप्त सबूतों से यह प्रमाणित होता है कि प्राचीन समय में पड़ोसी राज्यों द्वारा मणिपुर को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता था|

जैसे कि , ‘कथे’ जो बर्मीयो द्वारा बोला जाता था| तो असम के लोग मणिपुर को’ मोगली’, मिकली‘, आदि नाम से पुकारते थे| (manipur ke bare mein puri jankari)

इतिहास में देखा जाए तो मणिपुर को कोई और नाम से भी जाना जाता था जैसे ‘मैंत्रबाक’,कंलैपू ‘ या ‘पोथोंक्लम’ यह सभी नाम मणिपुर को इतिहास में मिले हुए हैं|

आखिर क्या है मणिपुर का इतिहास  | history of manipur in hindi wikipedia

आखिर क्या है मणिपुर का इतिहास | history of manipur in hindi wikipedia

v

ईसवी युग की शुरुआत होने से पहले ही मणिपुर का बहुत ही शानदार इतिहास रहा है| यहां के राजवंशों का लिखित इतिहास देखें तो सन 33 ई. मैं पाखंगबा के राज अभिषेक के साथ ही मणिपुर का इतिहास शुरू होता है| उसने इस भूमि पर पहले शासक के रूप में 120 वर्षों तक शासन किया| उसके बाद कई राजाओं ने मणिपुर पर शासन किया है|

आगे जाकर मणिपुर के महाराज कियाम्बा ने 1467, खागेम्बा 1597, चराई रोबा ने 1698, गरीब नवाज ने 1714, भाग्य चंद्र ने 1763, गंभीर सिंह ने 1525, तक शासन किया इन जैसे महावीर महाराजाओं ने अपने शासन दौरान मणिपुर की सीमा की रक्षा की |

मणिपुर की स्वतंत्रता (freedom fighters of manipur wikipedia) 19वीं सदी के प्रारंभ तक बनी रही | उसके बाद 7 वर्ष तक बर्मी लोगों ने यहां पर कब्जा करके शासन किया (1819-1825) 24 अप्रैल 18 सो 91 के अंग्रेज मणिपुरी युद्ध हुआ|

इसमें मणिपुर के वीर सेनानी (freedom fighter of manipur) पावना बृजवासी ने अंग्रेजों के हाथों से अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीरगति प्राप्त कर ले| इस प्रकार 18 सो 91 में मणिपुर ब्रिटिश शासन के अधीन हो गया और 1948 में किस देश के साथ स्वतंत्र हुआ|

आजादी के बाद मणिपुर का हाल | madipur after independence | manipur ka itihas | manipur ke bare mein kankari

जब मणिपुर को 1947 मैं आजादी मिली और अंग्रेज चले गए तब मणिपुर के शासन की जिम्मेदारी बोधचंद्र (bodhchandra singh manipur) के हाथों में आ गई| 21 सितंबर 1949 को हुई विलय की संधि के बाद 15 अक्टूबर 1949 से मणिपुर भारत का एक अंग बन गया|

भारत में आजादी के बाद राज्यों के नाम करण से पहले रूप में जाना जाता था|


मणिपुर कौन से देश में है? मणिपुर राज्य का मूल निवासी कौन है

मणिपुर मे भारत के अन्य राज्यों की तरह 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू होने पर एक मुख्य आयुक्त के रूप में भारतीय संघ में ‘सी ‘ राज्य के रूप में शामिल हुआ| बाद में इसके स्थान पर एक प्रादेशिक परिषद गठित की गई जिसमें 30 चयनित तथा 2 मनोनीत सदस्य थे|

इसके बाद 1962 में केंद्र शासित प्रदेश अधिनियम के अंतर्गत 30 चयनित तथा तीन मनोनीत सदस्यों की एक विधानसभा की रचना की गई| 19 दिसंबर 1969 से प्रशासक का दर्जा मुख्य आयुक्त से बढ़ाकर उपराज्यपाल कर दिया गया| यानी कि भारत को आजादी मिली तब मुख्य आयुक्त हटाकर राज्यपाल और उपराज्यपाल की रचना की गई|

कब मिली मणिपुर को पूर्ण आजादी | manipur ki ghatna

21 जनवरी 1972 को मणिपुर को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला और साइट निर्वाचित सदस्यों वाली विधानसभा गठित की गई| इसमें 19 अनुसूचित जनजाति और 1 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है लोकसभा में दो और राज्यसभा में एक प्रतिनिधि है|

यहां पर एक बार और मैं कहना चाहूंगी मणिपुर को पूर्ण आजादी मिलने तक मणिपुर में रहने वाले लोगों में बहुत ही संघर्ष हुआ है| जिसमें मणिपुर के मूल निवासियों ने बहुत ही संघर्ष किया है| तो चलिए जानते हैं कि मणिपुर के मूल निवासी कौन है?

मणिपुर के मूलनिवासी | manipur ke bare mein

भारत देश हो या कोई भी देश हो वहां पर जाए तो वहां के मूल निवासी कौन है मतलब पहले के रहने वाले कौन है वह हमारे मन में प्रश्न होता है यही प्रश्न हमें मणिपुर के बारे में भी होता है कि मणिपुर के मूल निवासी कौन है तो मैं आपको बता दूं कि मणिपुर में पहले से रहने वाले मूलनिवासी मैतई समाज के है|

मणिपुर के बारे मे 10 facts जानिए | manipur ke bare mein 10 line in hindi

  1. मणिपुर भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थित है.
  2. मणिपुर राज्य का गठन 21 जनवरी 1972 को हुआ था.
  3. मणिपुर राज्य की भाषा मणिपुरी है.
  4. मणिपुर की राजधानी इंफाल है.
  5. मणिपुर राज्य का कुल भौगोलिक क्षेत्र 22327 वर्ग किलोमीटर है.
  6. मणिपुर में प्राकृतिक वनस्पति संसाधन 67% है.
  7. मणिपुर में हिंसा की मुख्य वजह हॉकी समुदाय और मैतेई समुदाय के बीच झड़प है
  8. वर्तमान में मणिपुर में BJP की सरकार है और मुख्यमंत्री N. Biren Singh है (2017 से वर्तमान )
  9. मणिपुर में बड़ी आबादी हिंदू गौड़ीय वैष्णव संप्रदाय की है और 16% सानामाही धर्म है
  10. मणिपुर में कुल 35 मान्यता प्राप्त जनजातियां है जिनमें कुकी (kuki) और नागा मुख्य जनजाति समुदाय है

मणिपुर घटना से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी | madipur facts in hindi

Q.मणिपुर कौन से देश में है?
A.manipur भारत देश में है

Q.मणिपुर का कौन सा राज्य है?
A.मणिपुर भारत का एक राज्य है

Q.मणिपुर का दूसरा नाम क्या है?
A.मणिपुर का प्राचीन नाम कंलैपाक है

Q.मणिपुर के मुख्यमंत्री कौन है
A.मणिपुर के मुख्यमंत्री N. Biren Singh है और ये 2017 से मणिपुर के मुख्यमंत्री है

Q.manipur ki rajdhani kya hai
A.मणिपुर की राजधानी इम्फाल (imphal) है

Q.मणिपुर के राज्यपाल का नाम क्या है
A.मणिपुर के वर्तमान राज्यपाल का नाम नजमा हेपतुल्ला हैं

Q.मणिपुर के पहले मुख्यमंत्री कौन है
A. मैरेम्बम कोईर्ंग सिंह (1 जुलाई 1963)

Q. madipur me kitne jile hai
A. 16 जिले (2023 तक )

Q. मणिपुर की भाषा में i love you कैसे बोलते हैं ?

मणिपुर की प्राचीन भाषा मैतेई है और मणिपुरी में “आई लव यू” ऐसे बोलते हैं “एना नांग-बू नूंग-शि”

मणिपुरी में i love you का मतलब

ईना का अर्थ है “मैं”
नांग-बू का अर्थ है “आप”

नुंग्शी का अर्थ है “प्यार करना”

मणिपुर का पूर्व इतिहास और मणिपुर भारत राज्य से संबंधित महत्वपूर्ण

आज हमने मणिपुर के इतिहास और मणिपुर राज्य से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में सीखा. आने वाले कंपटीशन एग्जाम में मणिपुर की घटना से जुड़े सवाल जरूर पूछे जा सकते हैं मणिपुर घटना से संबंधित और जानकारी के लिए नीचे दिए गए पोस्ट को पढ़ें।

ये भी पढिए – मणिपुर घटना क्यू हुई

ये भी पढ़ें – मणिपुर की घटना का ऐतिहासिक जुड़ाव और अंग्रेजों का भेदभाव

हाल में घटी मणिपुर की घटना दिल दहलाने वाली है इसलिए इस जानकारी को अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ भी शेयर करें ताकि उनको भी मणिपुर के बारे में और मणिपुर के इतिहास के बारे में पता चल सके.

हमारे देश में ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिनको पता भी नहीं है कि मणिपुर भारत का राज्य है और कई लोगों को तो पता भी नहीं है कि मणिपुर का इतिहास क्या है अंग्रेजों ने मणिपुर को क्यों भारत से अलग रखा और क्यों यहां के हिंदुओं को जाति और धर्म के आधार पर बांटा.