Raksha bandhan kab hai 2023 | रक्षाबंधन कब है | रक्षाबंधन का दूसरा नाम

रक्षा बंधन किस तारीख को है (Raksha bandhan kab hai 2023) – इस समय लोग Google पर सर्च कर रहे हैं “रक्षाबंधन कब है गूगल” इसलिए आपको रक्षाबंधन कब है इसके बारे में बताना जरूरी है. रक्षाबंधन का त्यौहार बहुत ही जोर शोर से मनाया जाता है .इस पोस्ट में जानेंगे 2023 में रक्षाबंधन कब है (Rakshabandhan Ki Tarikh) ? रक्षाबंधन का त्यौहार कब मनाया जाता है ?

Raksha bandhan ke bare mein – हम यह भी जानेंगे कि “रक्षाबंधन पर्व का दूसरा नाम क्या है” और भारतीय लोग रक्षाबंधन का त्यौहार क्यों मनाते हैं यानी रक्षाबंधन के बारे में पूरी जानकारी हम सीखेंगे.

यह भी पढ़ें – अंजू कौन है और उसने पाकिस्तान के लड़के के साथ शादी क्यों की

रक्षा बंधन किस तारीख को है 2023 में (Raksha Bandhan Kab Hai 2023 Date) -रक्षाबंधन के त्यौहार के दिन भारत में हर एक बहन अपने भाई के हाथ पर रक्षा सूत्र बांधती है, और अपनी रक्षा का वचन लेती है तथा भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है.

यह भी पढ़िए – मणिपुर के बारे में 10 लाइन

क्योंकि रक्षाबंधन का त्यौहार (rakshabandhan ka tyohar) भाई बहन का त्यौहार है इसलिए पूरे भारतवर्ष में रक्षाबंधन का त्यौहार प्रसिद्ध है. आइए जानते हैं इस बार रक्षा बंधन किस दिन है और रक्षा बंधन किस तारीख को है (rakshabandhan ka tyohar kab hai)

Raksha bandhan kab hai - रक्षाबंधन का दूसरा नाम - रक्षाबंधन कब है 2023

Raksha bandhan 2023 Date | कब मनाते हैं रक्षाबंधन?

रक्षाबंधन हमारे देश का प्रिय और पवित्र त्यौहार है क्या हर साल सावन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है 2023 में रक्षाबंधन का त्यौहार अगस्त महीने की 30 तारीख को बुधवार के दिन मनाया जाएगा. (rakshabandhan tyohar kab manaya jayega) रक्षाबंधन का त्यौहार भाई बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है राखी के धागे हमारे मन के स्नेह और आत्मीयता जगाते हैं.

rakshabandhan kab hai 2023

“raksha bandhan date 2023 – wenesday , 30 auguest 2023”

raksha bandhan kis tarikh ko hai – 2023 में रक्षाबंधन का त्यौहार अगस्त महीने की 30 तारीख को है

“raksha bandhan kis mahine mein – रक्षाबंधन अगस्त महीने में पड़ता है”

इस दिन बहन अपने भाई के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधते हैं और भाई की लंबी उम्र के लिए कामना करती है बदले में भाई बहन को यथा उचित भेंट सौगात देते हैं.

गुजरात राज्य में रक्षाबंधन को बलेव नाम से भी जानते हैं इसकी भी एक पौराणिक कथा जुड़ी हुई है जो हम आगे आपको बताएंगे.

रक्षाबंधन की पौराणिक कथाएं | rakshabandhan ki katha | rakshabandhan ki kahani

रक्षाबंधन के बारे में कई सारी पौराणिक कथाएं (raksha bandhan katha in hindi) प्रचलित हुई है इसमें से 3 कथा में आपको यहां बताऊंगी|

कथा के अनुसार असुरों ने देवराज इंद्र और देवताओं पर आक्रमण किया था| जब कोई रास्ता नहीं मिला तब देवराज इंद्र की पत्नी सची ने इसी दिन सभी देवताओं को रक्षा सूत्र बांधा था और देवताओं की विजय की प्रार्थना की थी इस एकता के बल पर देवताने असुरों पर विजय पाई थी| यह भी पढ़िए – बाबर कौन था और मुगल साम्राज्य की स्थापना क्यों की

इस प्रकार रक्षा सूत्र बांधने से देवताओं ने असुरों पर विजय प्राप्त की ओर अपने इंद्रासन को बचाने में कामयाब रहे|

rakshabandhan ki kahani in hindi 2

दूसरी कथा के अनुसार श्रावणी पूर्णिमा के दिन ऋषि मुनि अपनी साधना की पूर्णाहुति करते थे| इस अवसर पर वे राजाओं की कलाई में राखी बांधकर उन्हें आशीर्वाद देते थे|

रक्षाबंधन के बारे में यह बहुत ही आश्चर्यजनक बात है कि इस दिन ऋषि मुनि भी राजा की रक्षा के लिए हाथ में रक्षा सूत्र बांधते थे|

तीसरी कथा बहुत ही प्रचलित है इसे श्रावण महीना की पूर्णिमा को भगवान विष्णु ने राजा बलि का घमंड चूर चूर कर दिया था| आपको बता दें कि राजा बलि बहुत ही दानी राजा थे|

यह भी पढ़िए – सम्राट अशोक कौन थे और कलिंग युद्ध से इनका क्या नाता है

रक्षाबंधन के अलग-अलग नाम (rakshabandhan ka dusra naam)

गुजरात में रक्षाबंधन को ‘बलेव ‘नाम से जाना जाता है|

तो महाराष्ट्र में रक्षाबंधन को ‘नारियल पूर्णिमा‘ के रूप में मनाया जाता है|

रक्षाबंधन के अवसर पर भाई-बहन का स्नेह निखर उठता है (raksha bandhan bhai behan ka pyar)|इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधी है |वह अपने भाई के लिए मंगल कामना करती है|

भाई बहन को उपहार देता है रक्षाबंधन के दिन भाई बहन बचपन की यादों में खो जाते हैं| घर घर में खुशियां के फूल महक उठते हैं|

Rakshabandhan 2023 mein kab hai | रक्षाबंधन के बारे में जानकारी

मगर आज समय बहुत ही बदल गया है| राखियों में भी की आवश्यकता आ गई है| धन कमाने के लिए एक से बढ़कर एक कीमती राखियां बनाई जाती है|

हालांकि राखी (rakhi) कितनी कीमती है उससे कोई फर्क नहीं पड़ता मगर राखी बांधने वाली बहन के मन मे कितना प्यार है भाई के लिए वह बहुत मायने रखता है| रक्षाबंधन के त्यौहार (raksha bandhan tyohar) में स्नेह और रक्षा करने की भावना ही महत्व है न कि कीमती राखियों का|

सचमुच रक्षाबंधन पारिवारिक एवं सामाजिक एकता का बहुत ही सुंदर एवं पवित्र पर्व यानी त्योहार है | यह भी पढ़िए – मणिपुर का इतिहास आखिर मणिपुर के जलने की वजह क्या है

1 thought on “Raksha bandhan kab hai 2023 | रक्षाबंधन कब है | रक्षाबंधन का दूसरा नाम”

Leave a Comment