Chandrayaan 3 Live Isro Update in hindi -भारत का विक्रम चाँद पर लैंड करने को है तैयार

Chandrayaan 3 Live Isro Update in hindi – भारत का विक्रम चांद पर लैंड करने के लिए तैयार है आज से कुछ दिनों पहले भारत की तरफ से chandrayaan3 का प्रक्षेपण किया गया था और अब chandrayaan3 चांद की बेहद नजदीक पहुंच चुका है chandrayaan3 इस समय चांद के अंतिम आर्बिट में उपलब्ध है चंद्रयान 34 से 150 किलोमीटर की दूरी पर धीमी गति से चल रहा है ताजा अपडेट के अनुसार आज प्रोपल्शन मॉड्यूल सिलेंडर अलग हो गया है

भारत का मिशन chandrayaan3 चांद पर लगभग पहुंच चुका है और चांद के आखरी आयुर्वेद में इस समय मौजूद है चांद से chandrayaan3 की दूरी महज 150 किलोमीटर है और लैंडर विक्रम भी अलग हो गया है इसके साथ ही लैंडिंग की प्रक्रिया भी धीमी गति से शुरू हो गई है इसरो ने कुछ देर पहले ही अपडेट दिया था इसका मतलब यह है कि अब भारत chandrayaan3 के जरिए चांद पर कुछ ही दिनों में लैंडिंग कर जाएगा.

चांद के बेहद नजदीक पहुंच गया chandrayaan3 भारत की विजय

इसरो ने ट्वीट करके जानकारी दी कि चंद्रमा की 153 किलोमीटर* 163 किलोमीटर की अरबी में chandrayaan3 स्टेबल हो गया है और इस बात का पहले से ही अंदाजा लगाया जा रहा था इसके साथ ही चंद्रमा के आर्बिट में प्रवेश प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है चंद्रयान 3 14 जुलाई 2023 को लॉन्च होने के बाद 5 अगस्त 2023 के दिन चंद्रमा की कक्षा में एंट्री ले लिया था. और इसके बाद चंद्रयान 3 में 6, 9 और 14 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया और चांद के बेहद नजदीक पहुंच गया अगर 23 अगस्त 2023 में lander विक्रम चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर लेता है तो यह आज तक के इतिहास में भारत की सबसे बड़ी कामयाबी होगी.

Chandrayaan 3 Live Isro Update in hindi -भारत का विक्रम चाँद पर लैंड करने को है तैयार , लैंडर विक्रम

14 जुलाई और ही दिन chandrayaan3 में चांद की पहली तस्वीर भी भेज दी थी इसके बाद अब तक चांस की आर्बिट चार बार बदल दी गई है पहला आर्बिट 164*18074 किलोमीटर तक का था फिर 6 अगस्त 2023 को आर्बिट को घटाकर 170*4313 किलोमीटर कर दिया गया फिर chandrayaan3 चांद के दूसरे आयुर्वेद में प्रवेश कर लिया पर इसके बाद 9 अगस्त 2023 को फिर से आर्बिट को बदली गई. और तभी से चंद्रयान चांद की सतह से 174*1437 किलोमीटर की आर्बिट में चल रहा था.

भारत में बनाया गया चंद्रयान आर्बिटर के साथ एक ग्रोवर और एक लैंड शामिल

आपको बता दें कि चंद्रयान1 के बाद चंद्रयान 2 चांद पर खोजबीन करने के लिए दूसरा अभियान था और chandrayaan3, chandrayaan2 के असफल होने के बाद भारत का लेटेस्ट मिशन है और भारत अपने मिशन चंद्रयान 3 में लगभग सफल होता हुआ दिखाई दे रहा है. इस अभियान में भारत में बनाया गया चंद्रयान आर्बिटर के साथ एक ग्रोवर और एक लैंड शामिल होता है इन सभी का विकास इसरो द्वारा किया गया है.

भारत ने chandrayaan2 को 22 जुलाई 2019 को श्रीहरिकोटा से भारत के समय के अनुसार 2:46 pm पर सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया था. Chandrayaan2 लैंडर और रोवर को चंद्रमा पर लगभग 70 डिग्री दक्षिण के अक्षांश पर स्थित क्रेटरों मजीनस सी और सिंपेलियस एन के बीच के मैदान में उतरने का प्रयास करना था। chandrayaan2 के असफल होने के बाद भारत को chandrayaan3 से काफी उम्मीदें हैं।

Chandrayaan1 14 नवंबर 2008 को चंद्रमा की सतह पर उतर गया था और इसके बाद से भारत चांद पर अपना झंडा लगाने वाला चौथा देश बन गया था। इससे पहले यू एस एस आर, यूएसए, और चीन की एजेंसी यह काम कर चुकी है। फिलहाल इस समय chandrayaan3 अपने लक्ष्य के काफी करीब आ चुका है और इसलिए इसरो ने अपडेट जारी कर दी है इसका मतलब यह है कि अब से कुछ दिन के बाद भारत चांद पर इतिहास बना चुका होगा।

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