Bharat ka itihas -भारत का इतिहास हिंदी में | How To Know About it [in 2023]

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Bharat ka itihas -भारत का इतिहास हिंदी में  How To Know About it [in 2023]

Bharat ka itihas कई सहस्त्र वर्ष पुराना माना जाता है| 19वीं शताब्दी के पाश्चात्य विद्वानों के प्रचलित दृष्टि कोणों के अनुसार आर्यों का एक वर्ग भारतीय उपमहाद्वीप की सीमाओं पर 2000 ईसा पूर्व के आस पास पहुंचा और पहले पंजाब में बस गया और यहीं रुक वेद और विचारों की रचना की गई|

आर्यों द्वारा उत्तर रथा मध्य Bharat में एक विकसित सभ्यता का निर्माण किया गया, जिसे वैदिक सभ्यता भी कहते हैं| प्राचीन भारत के इतिहास में वैदिक सभ्यता सबसे प्रारंभिक सभ्यता है जिसका संबंध आर्यों के आगमन से है| इसका नामकरण आर्यों के प्रारंभिक साहित्य वेदों के नाम पर किया गया है

bharat ka naam hindustan kaise pada – आर्यों की भाषा संस्कृत थी और धर्म “वैदिक धर्म” या” सनातन धर्मा” के नाम से प्रसिद्ध था| बाद में वीडियो द्वारा इस धर्म का नाम हिंदू पड़ा|

भारत का इतिहास | bharat ka itihas in hindi – वैदिक भारत की शुरुआत

प्राचीन भारत का इतिहास – Bharat में मानव जीवन का प्राचीनतम प्रमाण 100000 से 80000 वर्ष पूर्व का है| पाषाण युग भीमबेटका जो मध्य प्रदेश में है, वहां की चट्टानों पर चित्रों का कार्यक्रम 40000 ई पू से 9000 ई पू माना जाता है| प्रथम स्थाई बस्तिया ने 9000 वर्ष पूर्व स्वरूप लिया होगा ऐसा चित्र द्वारा पता चलता है|

उत्तर पश्चिम में सिंधु घाटी सभ्यता 7000 ई पू विकसित हुई जो 26 वी शताब्दी ईसा पूर्व और बीसवीं शताब्दी ईसा पूर्व के मध्य अपने चरम पर थी|

वैदिक सभ्यता का काल क्रम भी ज्योतिष के विश्लेषण से 4000 इशापुर व तक माना जाता है|

भारत का इतिहास :पत्थर के नुकीले हथियार

आर्य लोग खानाबदोश गडरिया की भांति अपने जंगली परिवार और पशुओं के लिए इधर से उधर भटकते रहते थे| इन लोगों ने पत्थर के नुकीले हथियार से काम लेना सीखा| मनुष्यों की इस सभ्यता को वे ‘यूथिल सभ्यता’ कहते हैं|

इसी सभ्यता में कुछ सुधार के बाद फिर ‘चिलीयन’ सभ्यता आई|

इन हथियार और औजारों की सभ्यता के समय का मनुष्य नर वानर के रूप में था| उनमें वास्तविक मनुष्य त्व का बीजारोपण नहीं हुआ था| “मुस्टेरियन” सभ्यता के पश्चात “रेनडियन” सभ्यता का प्रभाव बढ़ा |

प्राचीन युग की बात करें तो प्राचीन भारत में नवपाषाण सभ्यता तक का काल पाषाण युग कहलाता है|

भारत के इतिहास में कृषि का आविष्कार

भारत का पाषाण युग – पाषाण युग के बाद मानव जाति में धातु युग का आरंभ हुआ| धातु युग का प्रारंभ ताम्र युग से होता है| नवपाषाण युग के अंत तक मनुष्य की बुद्धि बहुत कुछ विकसित हो गई थी| इसी समय कृषि का आविष्कार हुआ लोग खेती करने लगे थे| कृषि ही सम्यता की माता थी|

आर्य ही संसार में सबसे प्रथम कृषक (former) थे यानी की खेती करने वाले सबसे पहले आर्या ही थे|

कृषि के उपयोगी स्थानों की खोज में आर्य पंजाब की भूमि में आए और इसी का नाम सप्त सिंधु प्रदेश रखा गया|

आर्य लोग संपूर्ण सप्त सिंधु प्रदेश में फैल गए थे परंतु उनकी सभ्यता का केंद्र सरस्वती तट था| सरस्वती नदी पर ही आर्यों ने ताम्र युग की स्थापना की थी|

यहां उन्हें तांबा मिला और वे अपने पत्थर के हथियारों को छोड़कर तांबे के हथियारों से काम लेने लगे| ताम्रयुग के अवशेष “चानहु डेरों ” तथा “विजनौत” नमक थानों में खुदाई करने से मिले| यह स्थान सरस्वती नदी प्रवाह के सूखे हुए मार्ग पर ही है|

मेसोपोटामिया तथा इलाम मैं यही सभ्यता” प्रोटो इला माइट” सभ्यता कहलाती है | सुमेरू जाति प्रोटा इलामाइट जाति के बाद मेसोपोटामिया में जाकर बसी|

सातवीं और छठवीं शताब्दी सदी में जैन और बौद्ध धर्म

मेसोपोटामिया में जहां-जहां भी इस प्रोटा इलामाइट कहीं जाने वाली सभ्यता के चिन्ह मिले हैं| उसके और सुमेरु जाति की कांस्य की सभ्यता के तारों के बीच में किसी बहुत बड़ी बाढ़ के पानी द्वारा जमी हुई चिकनी मिट्टी का 4 फुट मोटा स्तर प्राप्त हुआ है|

इसका यह अर्थ लगाया गया कि इस प्रलय में प्रथम में ही प्रोटो इला माइट सभ्यता का अस्तित्व था| इस सभ्यता के अवशेषों के नीचे कुछ स्थानों में निम्न श्रेणी की पाषाण सभ्यता के चिह्न प्राप्त हुए हैं|

दूसरी तरफ ईसा पूर्व सातवीं और छठवीं शताब्दी सदी में जैन और बौद्ध धर्म और संप्रदाय लोकप्रिय हुआ था| इस समय की बात करें तो एक महत्वपूर्ण राजा था जिसका साम्राज्य अफगानिस्तान से मणिपुर तक फैला हुआ था और तक्षशिला से कर्नाटक तक फैला हुआ था|

राजा पूरे दक्षिण तक अपना साम्राज्य नहीं चला सका | क्योंकि दक्षिण में चोल सबसे शक्तिशाली थे|

भगवान गौतम बुद्ध के जीवन काल में ईसा पूर्व सातवीं और आठवीं शताब्दी के दौरान 16 बड़ी शक्तियां यानी कि महाजनपद विद्यमान थे| सबसे शक्तिशाली गणराज्य में कपिलवस्तु के शाक्य और वैशाली के लक्ष्मी गणराज्य थे|

गणराज्य के अलावा राजतंत्र राज्य भी थे| जिसमें कौशांबी,, मगध, कौशल, कुरु , पांचाल, चेदी , और अवंती महत्वपूर्ण थे|

आठवीं शताब्दी का भारत: इस्लाम का प्रवेश

आठवीं शताब्दी में अरबों का अधिकार हो गया था| इस्लाम का प्रवेश माना जाता था| 12 वीं सदी के अंत तक तो दिल्ली की गद्दी पर तुर्क दासो का शासन हो गया था| दक्षिण में हिंदू विजयनगर और गोलकुंडा के राज्य थे|

1556 में विजयनगर का पतन हो गया था| 1526 में मध्य एशिया से निर्वाचित राजकुमार बाबर ने काबुल में पनाह ली और भारत पर आक्रमण किया| उसने मुगल वंश की स्थापना की जो अगले 300 वर्षों तक चली| इसी समय दक्षिण पूर्व तट के पुर्तगाल का समुद्री व्यापार शुरू हो गया था|

बाबर का पोता अकबर धार्मिक सहिष्णुता के लिए प्रख्यात हुआ| उसने हिंदुओं पर जजिया कर हटा लिया| 1659 में औरंगजेब ने फिर से जजिया कर लागू कर दिया था|

औरंगजेब ने कश्मीर में तथा अन्य स्थानों पर हिंदुओं को बलात मुसलमान बनवाया था| उसी समय केंद्रीय और दक्षिण भारत में शिवाजी के नेतृत्व में मराठी शक्तिशाली हो रहे थे| औरंगजेब ने दक्षिण की ओर ध्यान लगाया तो उत्तर में सिखों का उदय हो गया|

औरंगजेब के मरते ही 1707 में मुगल साम्राज्य बिखर गया| पुर्तगालियों तथा फ्रांस के लोगों को भगाकर भारत के व्यापार पर एकाधिकार कर दिया|

1857 का विप्लव | bharat ka gantantra shasan

1857 के विद्रोह को कुचलने के बाद सत्ता पर का काजीब हो गया| इस विप्लव में कई लोग शहीद हुए थे| कितने लोगों का तो हमें नाम भी पता नहीं है जो हमारे देश के लिए शहीद हुए थे| 1857 के विद्रोह में मुख्य भूमिका में रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे, कुंवर सिंह आदि लोग शामिल थे|

1947 मे भारत को आजादी मिली | इसके बाद 1947 में भारत में गण तांत्रिक शासन लागू हुआ| आजादी के समय भारत का विभाजन हुआ जिससे पाकिस्तान का जन्म हुआ और दोनों देशों में कश्मीर सहित अन्य मुद्दों पर तनाव बना हुआ है|

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भारत दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है भारत भौगोलिक दृष्टि से विश्व का सातवां सबसे बड़ा देश है जबकि जनसंख्या के दृष्टिकोण से चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यांमार स्थित है,|

भारतीय महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका, और दक्षिण पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की समुद्री सीमा लगती है| इसके उत्तर में हिमालय पर्वत तथा दक्षिण में भारतीय महासागर स्थित है| दक्षिण पूर्व में बंगाल की खाड़ी तथा पश्चिम में अरब सागर है|

आधुनिक मानव या होमो सेपियंस अफ्रीका से भारतीय उपमहाद्वीप में 50000 साल पहले आए थे|

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प्रारंभिक मध्यकालीन युग में भारत में ईसाई धर्म, यहूदी धर्म, और पारसी धर्म के लोग रहते थे| यह लोग भारत के दक्षिणी और पश्चिमी तटों में अपनी जड़ें जमाए हुए थे|

मध्य एशिया से मुस्लिम सेनाओं ने भारत के उत्तरी मैदानों पर लगातार अत्याचार किया था| अंत में दिल्ली सल्तनत की स्थापना हुई और उत्तर भारत को मध्यकालीन इस्लाम साम्राज्य में मिला लिया गया|

15 वी शताब्दी में विजयनगर साम्राज्य में दक्षिण भारत में एक लंबे समय तक चलने वाले समग्र हिंदू संस्कृति बनाई| तो पंजाब में सिख धर्म की स्थापना हुई|

आखिर में धीरे-धीरे ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन का विस्तार हुआ जिसने भारत को अपनी वैश्विक व्यवस्था में बदल दिया तथा अपनी संप्रभुता को भी मजबूत कर लिया|

एक बहुत आती है तथा बहुत धार्मिक राष्ट्र होने के कारण भारत को समय-समय पर सांप्रदायिक तथा जाति और विदेश का शिकार होना पड़ा है| देश के अलग-अलग हिस्सों में विद्रोह होते रहे मगर भारत की धर्मनिरपेक्षता पर आज भी नहीं आए|

भारत (bharat) के पड़ोसी राष्ट्रों के साथ अंशुल चीन सीमा विवाद है| इसके कारण इसे छोटे पैमानों पर युद्ध का भी सामना करना पड़ा है| 1962 में चीन के साथ, 1947 , 1964, 1971, और 1999 में पाकिस्तान के साथ भारत की लड़ाई या हो चुकी है |

भारत संयुक्त राष्ट्र संघ के संस्थापक सदस्य देशों में एक है| 1974 में भारत ने अपना पहला परमाणु परीक्षण किया था| उसके बाद 1998 में पांच और परीक्षण किए गए जो राजस्थान के पोखरण में हुआ था|

व्यापार करने वाले अंग्रेजों ने भारत को अपना घर ही बना लिया| जिसे छुड़वाने में कई लोगों ने अपना बलिदान दिया| तब जाकर भारत को आजादी प्राप्त हुई|

Bharat ka naam bharat kaise pada?

हिंदू और हिंदी दोनों शब्द इंडो आर्यन संस्कृति से आए हैं| आचमेनिड प्रथम ने लगभग 516 ईसा पूर्व में सिंधु घाटी पर विजय प्राप्त की सिंधु के समकक्ष आचमेनिड “हिंदूश” का उपयोग निचले सिंधु घाटी के लिए किया गया था| लगभग 500 माह पूर्व डेरियस प्रथम की मूर्ति पर यह नाम मिश्र के आचमेनिड प्रांत के रूप में जाना जाता था|

मध्य फारसी में शायद पहली शताब्दी प्रत्यय स्तान जोड़ा गया था| जो एक देश या क्षेत्र का सूचक था और जिसका नाम हिंदुस्तान था| 262 सीई सिंध सासानी को सम्राट शापुर प्रथम के नक्शे-ए- रुस्तम शिलालेख में हिंदुस्तान के रूप में संदर्भित किया गया था|

मुगल साम्राज्य की बात करें तो सम्राट बाबर ने कहा था,” पूर्व, दक्षिण और पश्चिम में यह महान महासागर से धिरा है|” हिंद को अरबी भाषा में विशेष रूप से भारत के लिए अल- हिंद(भारत का इतिहास) के रूप में जाना जाता था| भारत के अन्य शब्दों में सम्मिलित है जैसे की जय हिंद या हिंद महासागर|

गवर्नर मोहम्मद इब्र कासिम कैसे भारत में एक खास सिक्के पर” अल हिंद” लिखा गया है|

दोनों ने 11वीं शताब्दी के इस्लामी विषय से फारसी और अरबी में प्रचलित है| दिल्ली सल्तनत और मुगल काल के शासकों ने अपने भारतीय प्रभुत्व को दिल्ली के आसपास केंद्रित था तो “हिंदुस्तान” कहा गया|

आरसी और हिंदू भाषा में हिंदुस्तान शब्द का अर्थ भारत गणराज्य के रूप में बाद में आया| अरबी भाषा में अभी अल- हिंद भारत गणराज्य का नाम है|

भारत नाम कैसे पडा :

भारतवर्ष नामदेव के पुत्र भरत के नाम पर पड़ा है| अनेक पुराणों के अनुसार नाभीराज के पुत्र भगवान ऋषभदेव के पुत्र भरत चक्रवर्ती के नाम पर इस देश का नाम भारत वर्ष रखा गया था| हिंदू ग्रंथ स्कन्द पुराण के अनुसार” ऋषभदेव नाभि राज के पुत्र थे ऋषभ के पुत्र भरत है और इनके ही नाम पर इस देश का नाम भारतवर्ष पड़ा है|”

भारत देश का नाम इंडिया कैसे पड़ा है?

भारत के अंग्रेजी नाम इंडिया की उत्पत्ति ‘इण्ड्स’ हुई है यूनो द्वारा चौथी सदी ईसा पूर्व से प्रचलन में है| इंडिया नाम पुरानी अंग्रेजी में 9 वीं शताब्दी में और आधुनिक अंग्रेजी में 17वीं शताब्दी में मिलता है|

इस पोस्ट में हमने ध्याना भारत के बारे में की प्राचीन भारत का इतिहास क्या है? और भारत से जुड़ी तमाम जानकारी जैसे कि राजाओं का नाम, अंग्रेज, भारत नाम रखने वाले लोग, आजादी दिलाने वाले लोग सभी कि हमने जानकारी ली ऐसे ही जानकारी के लिए रोजाना मेगा हिंदी पर विजिट करें|