E Marketing in hindi – ई मार्केटिंग क्या होता है और कैसे करें

E Marketing in hindi – ई मार्केटिंग का पूरा नाम (E Marketing ka full form = Electronic marketing) इलेक्ट्रॉनिक मार्केटिंग है। और E marketing का मतलब इंटरनेट मार्केटिंग से होता है। आज हम ई मार्केटिंग क्या होता है और कैसे करते हैं ? इसके बारे में आज सम्पूर्ण ज्ञान आपको हम बताने वाले हैं तो आपको ये जानकारी ध्यान से पढ़नी होगी। ये भी पढ़िए – ऑनलाइन पैसे कैसे कमायें जाते हैं पूरी जानकारी हिंदी में पाएं

आज के internet वर्ल्ड में सभी काम ऑनलाइन हो रहा है। इसलिए अब सबका ध्यान सिर्फ मार्केटिंग पर नहीं बल्कि online marketing यानी इंटरनेट मार्केटिंग पर है। इन “ऑनलाइन मार्केटिंग और इंटरनेट पर की जाने वाले किसी उत्पाद की मार्केटिंग को ही इलेक्ट्रॉनिक मार्केटिंग यानी E marketing कहते हैं। “

आज के समय में ई मार्केटिंग का इस्तेमाल (use of e marketing) बहुत बढ़ गया है और इसके पीछे का कारण किसी भी ऑफलाइन या ऑनलाइन उत्पाद को इंटरनेट के माध्यम से तेज़ी से प्रचार – प्रसार करना ही है। इसलिए आपको ई मार्केटिंग (e-marketing) के बारे में जरूर जानकारी लेनी चाहिए क्योकि ये सिर्फ ऑनलाइन मार्केटिंग नहीं बल्कि आज का trend है। ये भी पढ़िए – गूगल से पैसे कमाने का शानदार तरीका सीखिये टिप्स और जानकारी हिंदी में पाएं

E Marketing in hindi - ई मार्केटिंग क्या होता है और कैसे करें e marketing explained
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e-marketing Define ( ई मार्केटिंग क्या ) है ?

e marketing का full form (electronic marketing) इलेक्ट्रॉनिक मार्केटिंग है जिसको अंग्रेजी में Electronic marketing कहते हैं। ई मार्केटिंग को हम इंटरनेट मार्केटिंग , डिजिटल मार्केटिंग , वेबसाइट मार्केटिंग और ऑनलाइन मार्केटिंग भी कहा जाता है। इस टाइप इंटरनेट मार्केटिंग में ऑनलाइन users को किसी प्रोडक्ट और सेवा से जोड़ने के लिए कई तरह की टेक्निक का इस्तेमाल किया जाता है जिसमे internet के माध्यम से किसी उत्पाद और सर्विस की online marketing की जाती है।

E -मार्केटिंग में email , website , wireless media जैसे mobile और इंटरनेट के माध्यम से मार्केटिंग किया जाता है। इंटरनेट के माध्यम से ई मार्केटिंग करने के बहुत से तरीके होते हैं जिसे हर कंपनी अपने अपने प्रोडक्ट के अनुसार प्रयोग करती है।

किसी भी प्रोडक्ट की marketing करने के लिए सबसे पहले right plan बनाना जरुरी होता है।

ई मार्केटिंग कितने प्रकार से की जाती है – (type of e – marketing in hindi)

ई मार्केटिंग क्या होता है और इसका मतलब क्या है हमने समझ लिया है आइये जानते हैं ई मार्केटिंग कितने प्रकार (Types Of E-Marketing In Hindi) के होते हैं और कैसे इस्तेमाल किये जाते हैं आज इलेक्ट्रॉनिक मार्केटिंग के बारे में पूरा ज्ञान आपको मिलेगा आपको –

Social Media Marketing (सोशल मीडिया मार्केटिंग): आज के समय में सोशल मीडिया मार्केटिंग का जमकर इस्तेमाल किया जाता है क्योकि लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं और इन्ही बातो को ध्यान में रखकर कम्पनियाँ अपने प्रोडक्ट और सर्विसेज को लोगों तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया मार्केटिंग का सहारा लेती हैं। ये भी पढ़िए – fb का नाम चेंज कैसे करे जाते हैं हिंदी में जानकारी

सोशल मीडिया (social media) एक ऐसा प्लेटफॉर्म होता है जहाँ हर इंसान अपनी बात को और विचार को आसानी से साझा कर सकता है और कम समय में अपने विचार लाखो लोगों तक पहुंचा सकता है। आज के समय में सोशल मीडिया के बहुत से ऑप्शन मार्केट में उपलब्ध हैं जिनमे फेसबुक , twitter , इंस्टाग्राम , whatsapp , लिंकेडीन , टेलीग्राम और youtube प्रमुख हैं। ये भी पढ़िए – Youtube चैनल का नाम कैसे और क्या रखें हिंदी में जानकारी और चैनल नेम आइडियाज

अकेले facebook सबसे बड़ा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है। आप इसकी पॉपुलैरिटी के बारे में ऐसे ही पता लगा सकते हैं कि इसने whatsapp और instagram को खरीद लिया है और अब व्हाट्सप्प और इंस्टाग्राम के लिए फेसबुक (facebook) एक पैरेंट कंपनी है।

Email Marketing – ईमेल मार्केटिंग : किसी भी उत्पाद की मार्केटिंग ईमेल (email) के माध्यम से करना ईमेल मार्केटिंग (email marketing) कहलाता है ईमेल के माध्यम से किसी प्रोडक्ट की मार्केटिंग करना सबसे आसान और सस्ता होता है और इसलिए कम्पनियां अपने प्रोडक्ट और सेवाओं का प्रमोशन करने के लिए ईमेल मार्केटिंग का इस्तेमाल प्रथम विकल्प के रूप में करती है।

ईमेल मार्केटिंग के जरिये कंपनी अपने उत्पाद के बारे में जानकारी किसी कस्टमर तक पहुँचाती है और फिर कस्टमर्स यदि उस उत्पाद या सेवा में इंटरेस्टेड होता है तो डायरेक्ट परचेस लिंक के जरिये प्रोडक्ट खरीद लेता है और ये सिलसिला चलता रहता है।

Youtube videos marketing – वीडियो मार्केटिंग : किसी भी प्रोडक्ट के बारे में जानकारी कस्टमर तक पहुंचाने और प्रोडक्ट के बारे में अच्छी जानकारी देने के लिए वीडियो मार्केटिंग (video marketing) एक अच्छा विकल्प माना जाता है और e marketing के नजरिये से वीडियो मार्केटिंग बेस्ट ऑप्शन होता है। जिससे आप एक वीडियो में किसी भी प्रोडक्ट के बारे में जानकारी दे सकते हैं। और youtube प्लेटफॉर्म के जरिये अपने उत्पाद के बारे में जानकारी लाखो कस्टमर्स तक पहुंचा सकते हैं। ये भी पढ़िए – youtube चैनल को एक सक्सेसफुल चैनल कैसे बनाएं पूरी जानकारी हिंदी में लें

आजकल वीडियो मार्केटिंग (content marketing) के लिए यूट्यूब सबसे बेस्ट प्लेटफॉर्म हैं जहाँ आप अपना यूट्यूब चैनल (youtube channel) बना कर किसी भी प्रोडक्ट की ई मार्केटिंग कर सकते हैं। इस काम के लिए आप किसी कंपनी को अप्रोच कर सकते हैं। आप चाहें तो खुद का चैनल बना कर यूट्यूब से पैसे कमा सकते हैं। ये भी पढ़िए – youtube चैनल कैसे बनाये जाते हैं पूरी जानकारी हिंदी में

Affiliate Marketing (एफिलिएट मार्केटिंग) : जब कोई कंपनी अपने किसी प्रोडक्ट और सर्विसेज का प्रमोशन करना चाहती है और इस प्रोडक्ट की online मार्केटिंग या ई मार्केटिंग के लिए किसी ब्लॉग (blog) और वेबसाइट (websites) का सहारा लेती है तो इस प्रक्रिया को एफिलिएट मार्केटिंग कहा जाता है।

affiliate मार्केटिंग में कंपनी अपने प्रोडक्ट का एक एफिलिएट लिंक (रेफरल लिंक) बना कर किसी websites मार्केटिंग ओनर को देती है और जब कोई ऑनलाइन यूजर कंपनी के प्रोडक्ट को खरीदता है तो इसके बदले में websites ओनर या ब्लॉग का मालिक को कमीशन मिलता है।

आप भी अपना खुद का एक एफिलिएट ब्लॉग (affiliate blog) बनाकर और किसी प्रोडक्ट का affiliate link अपने ब्लॉग पर देकर ढेर सारे पैसे कमा सकते हैं , लेकिन इसके लिए आपको शुरआत में अपने ब्लॉग पर ट्रैफिक लाना होगा। ये भी पढ़िए – Blog और वेबसाइट पर फ्री में ट्रैफिक कैसे लाया जाता है पूरी जानकारी हिंदी में जानिये

Apps Marketing (ऐप्स मार्केटिंग) : यदि कोई ऐसी कंपनी है जो अपने प्रोडक्ट का ई मार्केटिंग कराने के लिए किसी ऐप का इस्तेमाल करती है तो इस टाइप की मार्केटिंग को ऐप्स मार्केटिंग कहा जाता है। ऐप्स मार्केटिंग (app marketing) आज के समय में इंटरनेट मार्केटिंग और ऑनलाइन मार्केटिंग के लिए बेस्ट तरीका माना जाता है।

ऐप के जरिये मार्केटिंग करना आजकल ट्रेंड बना हुआ है क्योकि इस समय पूरी दुनिया में बढ़ते हुए स्मार्टफोन यूजर इसका मुख्य उद्देश्य है। इसलिए बड़ी बड़ी कंपनियां ऐप्स बनवाकर अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग (marketing) करती हैं।

SEO Marketing (एस.ई.ओ. मार्केटिंग) : SEO मार्केटिंग का मतलब होता है search engine Optimization marketing (सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन मार्केटिंग) . आप अपने प्रोडक्ट की ऑनलाइन मार्केटिंग के लिए SEO मार्केटिंग करा सकते हैं।

यदि आप अपने business websites पर free में search engine से ट्रैफिक लाना चाहते हैं। और अपने बिज़नेस को ज्यादा से ज्यादा अपने बिज़नेस को internet पर स्केल करना चाहते हैं , तो आपके लिए SEO marketing बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।

सर्च इंजन मार्केटिंग (search engine marketing) से आप अपने प्रोडक्ट के ब्रांड (brand) अवेरनेस इंटरनेट पर ऑनलाइन यूजर के बीच जल्दी और सटीक रूप से पहुंचा सकते हैं।

जिससे आपके वेबसाइट के बारे में लोग जल्दी पहुँच सकते हैं। SEO का इस्तेमाल करके आप अपने ब्लॉग (blogs) और वेबसाइट (websites) को google या अन्य सर्च इंजन (search engine) के पहले पेज पर rank (रैंक) कर सकते हैं।

आप जितना ज्यादा सर्च इंजन के रिजल्ट पेज पर रैंक करेंगे , आपके business की वेबसाइट उतनी ही तेज़ी से इंटरनेट पर scale होगी और आपके वेबसाइट की ऑनलाइन मार्केटिंग (online marketing) बहुत फ़ास्ट होने लगेगी।

ई मार्केटिंग करने के फायदे (benefits of e marketing in hindi) :

जैसे हर चीज के फायदे नुकसान होते हैं वैसे ही e marketing के फायदे और नुकसान भी हैं आइये जानते हैं ई मार्केटिंग के क्या फायदे हैं –

  • e marketing के माध्यम से कोई कंपनी अपने उत्पाद का विज्ञापन 24 घंटे करा सकती है क्योकि दुनिया के कोने कोने से यूजर Internet पर 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं.
  • इसलिए कस्टमर किसी भी समय प्रोडक्ट खरीद (buy product anytime) सकता है और इससे कंपनी को फायदा होगा।
  • e marketing का इस्तेमाल करके किसी भी समय कस्टमर को प्रोडक्ट के बारे में जानकारी दिया जा सकता है।
  • किसी भी प्रोडक्ट के बारे में जारी अपडेट internet के माध्यम से कभी भी कस्टमर को मिल सकता है।
  • कस्टमर कभी भी कंपनी के website पर help support ले सकता है।
  • किसी दूसरे ऑफलाइन मार्केटिंग प्रोग्राम (marketing program) के बदले ई मार्केटिंग सस्ता (cheap e marketing) विकल्प होता है।

ई मार्केटिंग करने के नुकसान (cons of e marketing)

e marketing के फायदों के तुलना में नुकसान कम होते हैं क्योकि ये सबसे सस्ता विकल्प होता है किसी भी ऑफलाइन मार्केटिंग की तुलना में लेकिन यदि आप इसे बड़े लेवल पर करना चाहते हैं तो आपको ज्यादा पूंजी की आवश्यकता होगी।

यदि आप अपने business के लिए कोई बड़ा ad कैम्पेन चलाना चाहते हैं तो आपको websites design , सॉफ्टवेयर डेवेलोप (software development) कराना और प्रोडक्ट टेम्पलेट (product template) में ज्यादा पैसे खर्च हो सकते हैं।

नोट : ई मार्केटिंग किसी भी ऑनलाइन बिज़नेस (online business) और ऑफलाइन बिज़नेस को स्केल करने का बेस्ट ऑप्शन होता है। यदि आपका कोई offline business है तो आप e marketing का इस्तेमाल करके अपने बिज़नेस को बड़ा बना सकते हैं और सक्सेस की बुलंदियों को छू सकते हैं।

समरी : आज हमने ई मार्केटिंग क्या होता है (e marketing kya hota hai) और कैसे इस्तेमाल करें ? ई मार्केटिंग कितने प्रकार के होते हैं (type of e marketing) और इनका कैसे और कहाँ यूज़ किया जाता है ? और ई मार्केटिंग के इस्तेमाल करने के फायदों के बारे में विस्तरित जानकारी ली है। आशा करती हूँ की ई मार्केटिंग के बारे में दी गयी ये जानकारी आपलोगो को जरूर पसंद आयी होगी। आप इस पोस्ट को व्हाट्सप्प पर अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करें इससे हमे आपलोगो के लिए ऐसे ही usefull आर्टिकल लिखने की प्रेणना मिलती है। धन्यवाद

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