कंप्युटर के कितने भाग | computer ka kitna part hota hai | part of computer hardware

आज की इस लेख में कंप्यूटर के भाग के बारे में बात करेंगे कि कंप्यूटर के कितने पार्ट होते हैं (computer ke kitne part hote hain) कितने पार्ट्स से मिलकर एक कंप्यूटर बनता है इसके बारे में विस्तृत जानकारी हम लोग आज सीखेंगे। लगभग सभी तरह के Exam में कंप्यूटर से संबंधित परीक्षा में कंप्यूटर के पार्ट्स (parts of computer) के बारे में (Computer ke parts in hindi) प्रश्न पूछे जाते हैं इसलिए यह टॉपिक बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता है।

कंप्युटर के कितने भाग   computer ka kitna part hota hai  part of computer hardware

कंप्यूटर मूल रूप से दो पार्ट में डिवाइड रहता है जिसे हम हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर (hardware and software) के तौर पर जानते हैं लेकिन इस कंप्यूटर के Part नहीं कह सकते क्योंकि कंप्यूटर के जो पार्ट होते हैं वह हार्डवेयर होते हैं और सॉफ्टवेयर जो है वह ठोस नहीं होता यानी किसी सॉफ्टवेयर को हम छू नहीं सकते हार्डवेयर ऐसा Part होता है जिसे छुआ (touch) जा सकता है।

इसलिए कंप्यूटर के भाग में कंप्यूटर के हार्डवेयर से संबंधित part ही गिने जाते हैं तो आईए जानते हैं कंप्यूटर का कितना पार्ट होता है और हर part का कौन-कौन सा काम होता है।

कंप्युटर के कितने भाग | computer ka kitna part hota hai

CPU / Processor- कंप्यूटर का मुख्य भाग सीपीयू (cpu) होता है जो की पहले के समय में बहुत बड़ा होता था और आज के समय में यह बहुत छोटा हो चुका है लेकिन फिर भी यह बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि कंप्यूटर की सभी parts में सीपीयू सबसे मुख्य और महत्वपूर्ण भाग होता है (cpu is very important part of any computer) जिसके ऊपर पूरा का पूरा कंप्यूटर टिका रहता है .

एक तरह से कह दे तो कंप्यूटर की रीड की हड्डी सीपीयू ही है. (cpu is spine of computer)

सीपीयू का कार्य कंप्यूटर में फाइलों को प्रोसेसिंग करना होता है या नहीं जब हम किसी कंप्यूटर (computer) पर कोई कार्य करते हैं तो उसे कार्य को करने में सीपीयू अपनी पहली भूमिका निभाता है बिना सीपीयू के हम कंप्यूटर पर कार्य नहीं कर सकते कंप्यूटर में सीपीयू सबसे महत्वपूर्ण और सबसे महंगा भाग होता है.

कंप्यूटर में सीपीयू के अंदर ही प्रोसेसर (Processor) लगा रहता है जो कंप्यूटर को चलाने में हमारी मदद करता है प्रोसेसर सबसे पहले कंप्यूटर को चलाने या ऑपरेट करने वाले सॉफ्टवेयर जिसे हम सिस्टम सॉफ्टवेयर कहते हैं उसकी प्रक्रिया करता है .

यदि हम अपने कंप्यूटर को पावर (power) प्लग में लगाकर जैसे ही अपने कंप्यूटर को on करते हैं तो सबसे पहले हमारे कंप्यूटर में सीपीयू कार्य (cpu work) करने में लग जाता है और हमारे कंप्यूटर पर जो भी चीज हो रही है उसे कंप्यूटर के मॉनिटर स्क्रीन पर दिखाता है.

कंप्यूटर का सबसे जरूरी भाग कंप्यूटर का मॉनिटर स्क्रीन है

Moniter- कंप्यूटर के जितने भी पार्ट होते हैं उनमें से दूसरे नंबर पर आता है मॉनिटर जिसे हम कंप्यूटर की स्क्रीन भी कहते हैं कंप्यूटर की स्क्रीन या कंप्यूटर का मॉनिटर बहुत ही महत्वपूर्ण भाग होता है .

moniter के बिना हम कंप्यूटर पर किए गए कार्य को नहीं देख सकते यानी कंप्यूटर पर जो भी कार्य हो रहा है उसे देखने के लिए हम जिस स्क्रीन का इस्तेमाल करते हैं उसे मॉनिटर स्क्रीन कहा जाता है इस प्रकार सीपीयू के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण कंप्यूटर का भाग मॉनिटर कहलाता है.

कंप्यूटर मॉनिटर किसी भी कार्य को होने और न होने के बारे में हमें जानकारी दिखता है जैसे कि कंप्यूटर में कोई कार्य हो रहा है कि नहीं हो रहा है .

इसके बारे में हमें कैसे पता चलेगा ऐसे में कंप्यूटर का मॉनिटर ,हमें Computer में चल रहे कार्य को हमारे कंप्यूटर के मॉनिटर स्क्रीन (moniter screen) पर show करता है इससे हमें पता चलता है कि कंप्यूटर में जो भी काम हम कर रहे हैं उसका हाल में क्या स्थिति है.

कंप्युटर का अगला मुख्य पार्ट इनपुट डिवाइस है (3rd important part of computer is input device)

Keyboard and Mouse-कंप्यूटर का तीसरा बहुत ही महत्वपूर्ण पार्ट इनपुट डिवाइस है जिसे कीबोर्ड और माउस के रूप में पहचानते हैं कीबोर्ड और माउस बहुत ही जरूरी इनपुट डिवाइस है अगर हमें कंप्यूटर पर कोई कार्य करना है .

तो कीबोर्ड और माउस की सबसे पहले आवश्यकता होती है इसलिए कंप्यूटर का अगला मुख्य पार्ट इनपुट डिवाइस में कीबोर्ड और माउस को गिना जाता है.

कीबोर्ड से हम कोई भी text input करते हैं यदि हमें कंप्यूटर में कैलकुलेशन करना है तो इसके लिए हमें कुछ ना कुछ इनपुट डालना होगा और इनपुट डालने का कार्य इनपुट डिवाइस के माध्यम से ही होता है जिसमें कीबोर्ड और माउस दोनों कार्य में लिए जाते हैं.

अन्य इनपुट डिवाइस-

इनपुट डिवाइस के तौर पर keyboard और mouse सबसे जरूरी डिवाइस होते हैं लेकिन इसके अलावा भी अन्य इनपुट डिवाइस होते हैं जिसे कंप्यूटर स्कैनर भी कहा जाता है इससे हम किसी डॉक्यूमेंट को स्कैन करते हैं और स्कैन करने के बाद उसे डॉक्यूमेंट की सॉफ्ट कॉपी हमारे कंप्यूटर के मॉनिटर स्क्रीन पर दिखाई देने लगता है.

किस प्रकार कंप्यूटर का स्कैनर भी एक तरह से इनपुट डिवाइस है क्योंकि कंप्यूटर स्कैनर ने हमें एक डॉक्यूमेंट को हमारे कंप्यूटर की मॉनिटर स्क्रीन पर दिखाने के लिए स्कैन किया है बिना कंप्यूटर स्कैनर के हम किसी डॉक्यूमेंट को स्कैन नहीं कर सकते.

इसलिए computer scaner भी input device में आता है

कंप्युटर का अगला मुख्य भाग sound है | another imp parts of computer is sound devices

कंप्यूटर का अगला मुख्य भाग स्पीकर है जिसे साउंड भी कहा जाता है यानी sound का इस्तेमाल करके हम लोग कंप्यूटर में चल रहे वीडियो की आवाज सुन सकते हैं .

या फिर कंप्यूटर के software को वॉइस कमांड देकर कुछ सर्च कर सकते हैं इस तरह से देखा जाए तो कंप्यूटर का अगला मुख्य पार्ट साउंड डिवाइस है जो की बहुत ही महत्वपूर्ण part है.

यदि कंप्यूटर में गाने सुनते हो तो एक स्पीकर की जरूरत पड़ेगी यदि हमें किसी मूवीस की आवाज सुनाई हो तो हमें एक speaker की जरूरत पड़ेगी.

वहीं पर अगर हमें वीडियो या एजुकेशनल वीडियो देखने हो कुछ सीखना हो तो हमें साउंड की जरूरत पड़ेगी इसलिए कंप्यूटर का अगला मुख्य भाग साउंड डिवाइस है जिससे हम कंप्यूटर में चल रहे मूवीज, टीवी शो , एजुकेशनल videos वीडियो की आवाज सुन सकते हैं.

कंप्यूटर का अगला मुख्य भाग प्रिंटर है (another important parts of computer is printer.)

कंप्यूटर का अगला मुख्य भाग प्रिंटर है यदि हमें कंप्यूटर के मॉनिटर स्क्रीन पर दिखाई दे रहे text content or image को प्रिंट करना है मतलब यदि कंप्यूटर में हमारे कोई डॉक्यूमेंट है जिसे हमने scanner की मदद से स्कैन किया है .और इस document का printout निकालना है,

किसी सॉफ्ट डॉक्यूमेंट को हार्ड कॉपी में बदलना है यानी कि कंप्यूटर में जो भी डॉक्यूमेंट है उसका प्रिंट निकालना है उसके लिए हमें एक प्रिंटर की जरूरत पड़ती है.

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कंप्यूटर में किसी भी प्रकार का text / image पैराग्राफ है यदि उसे प्रिंट करना है तो हमें एक प्रिंटर की आवश्यकता होती है प्रिंटर एक प्रकार का डिवाइस है जो हमारे कंप्यूटर से कनेक्ट होने के बाद किसी भी प्रकार का डॉक्यूमेंट हो उसे प्रिंट करता है।

यदि आपको ऑफलाइन डॉक्यूमेंट (offline document) का प्रिंट निकालना हो या किसी ऑनलाइन डॉक्युमेंट (online document) का प्रिंट निकालना होगा दोनों ही केस में एक प्रिंटर डिवाइस की जरूरत पड़ती है

इस प्रकार प्रिंट निकालने के case में देखा जाए तो प्रिंटर कंप्यूटर का एक मुख्य भाग है।

बिजली कट जाने पर यूपीएस (UPS) बहुत ही मुख्य भाग हो सकता है किसी भी कंप्यूटर के लिए

ups का full name Uninterruptible Power Supply hai . यूपीएस बहुत ही महत्वपूर्ण भाग हो सकता है किसी भी कंप्यूटर के लिए क्योंकि किसी भी कंप्यूटर का पावर मैनेजमेंट के लिए यूपीएस का होना जरूरी है कंप्यूटर बंद हो जाता है और वह भी बिजली के कट हो जाने से ऐसी दशा में यूपीएस बहुत ही जरूरी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस हो जाता है।

कई बार देखा जाता है तो अचानक से लाइट चली जाती है बिजली गुल हो जाती है खासकर गांव के साइड में और कभी-कभी तो शहरों में भी अचानक light यानी इलेक्ट्रिसिटी कट जाती है ऐसे में यूपीएस हमारे कंप्यूटर में पावर सप्लाई को बरकरार रखता है.

और computer को अचानक बंद (shut down) होने पर बचाता है. यदि हम अपने कंप्यूटर पर कोई महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं तो UPS हमारे लिए बहुत ही लाभ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है और कंप्यूटर का मुख्य भाग है इस्तेमाल करके हम अपने कंप्यूटर पर कर रहे कार्य को सुचारू रूप से जारी रख सकते हैं.

इस तरह देखा जाए तो UPS बहुत महत्वपूर्ण भाग बन जाता है.

computer ups full form = Uninterruptible Power Supply

किसी भी कंप्युटर के लिए रैम मुख्य पार्ट है | “ram” is very imp parts of computer

जब बात कंप्यूटर के मुख्य part की हो रही हो, ऐसे में हम “ram” जैसे हार्डवेयर को कैसे छोड़ सकते हैं क्योंकि कंप्यूटर के सभी भागों में रैम यानी रैंडम एक्सेस मेमोरी का hardware part बहुत ही जरूरी part होता है.

किसी भी कंप्यूटर में जो भी कार्य किया जाता है वह ram stoarge में ही save किया जाता है.

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RAM एक प्रकार का temporary storage है जिसे मिटाया जा सकता है यदि अपने कंप्यूटर में कार्य किया है लेकिन उसे अपने से नहीं किया है तो ram storage मैं से आपके द्वारा किए गए कार्य डिलीट हो जाते हैं.

कंप्यूटर का RAM Storage , कंप्यूटर पर किसी सॉफ्टवेयर पर किए जाने वाले कार्य को स्टोरेज प्रदान करता है. इस तरह से देखा जाए तो Computer के लिए रैम (RAM) बहुत ही आवश्यक पार्ट है.

कंप्यूटर के और भी भाग होते हैं (other part of computer in hindi)

for example – ROM = read only memory , hard disk drive , solid state drive , processor chip, usb stoarage etc.

कंप्यूटर में रीड ओनली मेमोरी एक ऐसी मेमोरी होती है जिससे मिटाया नहीं जा सकता. ROM yani Read only memory मैं कंप्यूटर को on / off / other settings करने के लिए या कुछ और प्रकार के जरूरी निर्देश दिए गए होते हैं जिन्हें मिटाया नहीं जा सकता.

कंप्यूटर में हार्ड डिस्क ड्राइव एक प्रकार का स्टोरेज होता है जहां पर हम कंप्यूटर में किसी भी प्रकार का सॉफ्टवेयर और data को सुरक्षित save किया जाता है.

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किसी भी computerमें सॉलिड स्टेट ड्राइव एक नए प्रकार का हाई स्पीड स्टोरेज का प्रकार है जिसे आज के समय में SSD को हर कंप्यूटर में इंस्टॉल किया जाता है और कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम (os) को सॉलिड स्टेट ड्राइव वाले स्टोरेज में ही रखा जाता है क्योंकि इस तरह की स्टोरेज की स्पीड काफी तेज होती है.

अगर कंप्यूटर की speed की बात की जाए तो सॉलिड स्टेट ड्राइव (ssd) जो storage है वह किसी भी कंप्यूटर के लिए एक मुख्य भाग हो सकता है. SSD stoarge एक महंगा स्टोरेज प्रोडक्ट है.

निष्कर्ष- कंप्यूटर के मुख्य भाग (main parts of computer)

किसी भी computer के लिए उसका part बहुत महत्वपूर्ण होता है और हमने यहां पर कंप्यूटर के कौन-कौन से भाग होते हैं और कंप्यूटर के कौन सा भाग किस लिए इस्तेमाल किया जाता है या फिर कंप्यूटर का कौन सा पार्ट कौन सा काम करता है इसके बारे में विस्तृत जानकारी ली .

हमने यहां पर “Computer का सीपीयू, कीबोर्ड एंड माउस, कंप्यूटर का मॉनिटर, कंप्यूटर का प्रिंटर, कंप्यूटर का RAM, कंप्यूटर का स्टोरेज, कंप्यूटर का स्कैनर और कंप्यूटर के दूसरे मुख्य भाग के बारे में चीजों को समझा.”

यदि आपको कंप्यूटर के मुख्य भाग के बारे में कुछ और पूछना हो या फिर इससे संबंधित आपके मन में कोई सवाल हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछे आप चाहे तो हमें ईमेल के माध्यम से भी इस तरह के सवाल पूछ सकते हैं.

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